1. किस वाद्य यंत्र को आधे कटे नारियल की कटोरी पर खाल मढ़कर बनाया जाता है?
सारंगी
इकतारा
जंतर
रावण हत्था
Note: रावण हत्था वाद्य यंत्र को आधे कटे नारियल की कटोरी पर खाल मढ़कर बनाया जाता है। रावण हत्था एक भारतीय वाद्य यंत्र है। यह एक प्राचीन मुड़ा हुआ वायलिन है। भारत और श्रीलंका के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों में लोकप्रिय है। यह एक प्राचीन भारतीय तानेवाला संगीत वाद्ययंत्र है।

2. कथकली शास्त्रीय नृत्य किस राज्य से शुरू हुआ था?
उत्तर प्रदेश
महाराष्ट्र
केरल
असम
Note: कथकली शास्त्रीय नृत्य केरल राज्य से शुरू हुआ था। कथकली मालाबार, कोचीन और त्रावणकोर के आस पास प्रचलित नृत्य शैली है। कथकली केरल की सुप्रसिद्ध शास्त्रीय रंगकला है।

3. किस सभ्यता की महिलाएं मृण्मय एवं चमकीले पत्थरों की मणियों के आभूषण पहनती थी-
कालीबंगा व नोह
कालीबंगा व गणेश्वर
कालीबंगा व बैराठ
कालीबंगा व आहड़
Note: कालीबंगा व नोह सभ्यता की महिलाएं मृण्मय एवं चमकीले पत्थरों की मणियों के आभूषण पहनती थी

4. राजस्थान के कितने किले विश्व धरोहर में शामिल है?
3
6
8
9
Note: राजस्थान के छह किले आमेर, जैसलमेर, गागरोन, चित्तौड़गढ़, कुंभलगढ़ और रणथंभौर विश्व धरोहर में शामिल है।


5. भारत का एकमात्र विभीषण जी का मंदिर कहाँ स्थित हैं।
मण्डोर
कोटा
सीकर
पीपाड़ सिटी
Note: कोटा, राजस्थान से 16 किमी दूर कैथून कस्बे में भारत का एकमात्र विभीषण जी का मंदिर स्थित हैं।

6. श्रीमती फलकू बाई, राजस्थान मे किस नृत्य की प्रसिद्ध नत्यांगाना हैं?
ड़ाडिया नृत्य
चरी नृत्य
घूमर नृत्य
इण्डोणी नृत्य
Note: फलकू बाई चरी नृत्य की प्रसिद्ध नृत्यांगना हैं। चरी नृत्य राजस्थान में कई बड़े समारोहों, त्योहारों, लडके के जन्म पर, शादी के अवसरों के समय किया जाता है।

7. राजस्थान में कौनसा स्थान 'ब्ल्यू पॉटरी' के लिये जाना जाता है?
अलवर
जोधपुर
जयपुर
जैसलमेर
Note: "ब्लू पॉटरी" सांगानेर, जयपुर की प्रसिद्ध है। इस में परम्परागत हरे एवं नीले रंग का प्रयोग होता है। यह अकबर के समय ईरान से लाहौर आयी, इसके बाद राम सिंह प्रथम लाहौर से इसे जयपुर लाये। सर्वाधिक विकास इस कला का राम सिह द्वितीय के समय हुआ।

[REET-2016 ]
8. आभानेरी तथा राजौरगढ़ के कलात्मक वैभव किस काल के हैं?
गुर्जर-प्रतिहार
गुहिल-सिसोदिया
चौहान
राठौड
Note: आभानेरी तथा राजौरगढ़ के कलात्मक वैभव गुर्जर-प्रतिहार काल के है। गुर्जर-प्रतिहार राजवंश भारतीय उपमहाद्वीप में प्राचीन एवं मध्यकालीन दौर के संक्रमण काल में साम्राज्य स्थापित करने वाला एक राजपूत राजवंश था, जिसके शासकों ने मध्य-उत्तर भारत के बड़े हिस्से पर मध्य-8वीं से 11वीं सदी के बीच शासन किया।


[Delhi Forest Guard Exam 2021]
9. बॉल (बाउल) संगीत किस राज्य का है?
गुजरात
पश्चिम बंगाल
तमिलनाडु
महाराष्ट्र
Note: पश्चिम बंगाल में बॉल (बाउल) लोक संगीत है। बाउल भारतीय अनुसूचित जाति और अनुसूचित जाति के एक विशेष संप्रदाय से संबंधित है। बाउल गीतों का मुख्य उद्देश्य आत्मा का उत्थान और आध्यात्मिक खोज है। बाउल गाने वाले फकीर 'तंत्र-वेद' की प्रणाली में विश्वास करते हैं।

[RAS/RTS Pre. 2018]
10. किस स्थल से शासक मिनेण्डर के सोलह सिक्के प्राप्त हुए हैं?
वैराट
रैढ़
नगरी
नगर
Note: राजस्थान के जयपुर में स्थित वैराट से मिनेण्डर के 16 सिक्के प्राप्त हुए हैं। प्राचीन काल का विराटनगर ही आज वैराट के नाम से जाना जाता है। रैढ़ से मिनेण्डर के काल का एक अभिलेख प्राप्त हुआ हैं इंडो-यूनानी शासकों में मिनेण्डर का नाम सर्वाधिक प्रसिद्ध है।

[RAS/RTS Pre. 1997]
11. 84 खंभों की छतरी कहां पर है?
कोटा
जयपुर
झालावाड़
बूंदी
Note: बूंदी के तारागढ़ किले में 84 खंभों की छतरी, चित्रमहल आदि प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं। राजा रामदेव ने बूंदी की स्थापना की थी।

12. बूंदी दुर्ग में बने महलों के बारे में किसने लिखा है कि 'यह महल भूतों प्रेतों द्वारा निर्मित है'-
अबुल फजल
कर्नल टॉड
किपलिंग
फर्ग्युसन
Note:


13. मेहरानगढ़ दुर्ग में किस की मजार स्थित है?
भूरे खां की
अब्दुल्ला खां की
दीवान शाह की
मीरान खां की
Note: मेहरानगढ़ दुर्ग में भूरे खां की मजार स्थित है। भूरे खां 1808 में मेहरानगढ़ किले की रक्षा करते हुए शहीद हो गए थे। उनके मजार पर लोग मन्नत मांगने भी आते हैं। जोधपुर का मेहरानगढ़ किला 120 मीटर ऊंची एक पहाड़ी पर बना हुआ है। इस तरह से यह किला दिल्ली के कुतुब मीनार की ऊंचाई (73 मीटर) से भी ऊंचा है। वही मेहरानगढ़ दुर्ग के अंदर चामुंडा माता मंदिर तथा राठौड़ों की कुलदेवी नागणेची माता का मंदिर भी स्थित है।

14. मेवाड़ की आंख किसे कहा जाता है?
सज्जनगढ़ दुर्ग
चित्तौड़गढ़ दुर्ग
कुम्भलगढ़ दुर्ग
अचलगढ़ दुर्ग
Note: कुम्भलगढ किले को मेवाड की आँख कहते है। यह दुर्ग कई घाटियों व पहाड़ियों को मिला कर बनाया गया है, जिससे यह प्राकृतिक सुरक्षात्मक आधार पाकर अजय रहा। इस दुर्ग में ऊँचे स्थानों पर महल, मंदिर व आवासीय इमारते बनायीं गई और समतल भूमि का उपयोग कृषि कार्य के लिए किया गया।

15. वह किला जिसमें एक जैसे नौ महल है?
नाहरगढ़ किला
आमेर किला
जोधपुर किला
जूनागढ़ किला
Note:

16. बादल महल किस दुर्ग में स्थित है?
कुम्भलगढ़ दुर्ग
चित्तौड़गढ़ दुर्ग
जालौर दुर्ग
नाहरगढ़ दुर्ग
Note:


17. 'गुब्बारा', 'नुसरत', 'नागपली' और 'गजक' नाम है-
मेवाड़ में प्रचलित क्षेत्रीय मिठाइयों के नाम
मारवाड़ी ठिकानों के वस्त्रों के नाम
जोधपुर दुर्ग की तोपो के नाम
मेवाड़ में प्रचलित राजस्व वसूली करो के नाम
Note: मेहरानगढ़ दुर्ग में लंबी दूरी तक मार करने वाली तीन विशालकाय उत्कृष्ट तोपे – किलकिला तोप, शंभू बाण तोप, गजनी खा तोप आदि है। नागपली,नुसरत गजक, गुब्बारा आदि यहां के अन्य प्रसिद्ध तोपे है।

18. 'घुंघट' 'गूगड़ी' 'बांद्रा' और 'इमली' क्या है?
राजस्थानी खानपान विधियों के नाम
मारवाड़ी लोक परंपरा में जातियों के गोत्रों के नाम
मेवाड़ आंचलित में स्त्रियों के पहनावे के नाम
तारागढ़ अजमेर की प्राचीर की विशाल बुर्जो के नाम
Note:

19. वह किला जिसकी आजादी और अस्मिता की रक्षा के लिए वहां के ठाकुरों ने गोला और बारूद खत्म होने पर चांदी के गोले दागे थे-
चूरू का किला
जूनागढ़ का किला
लोहागढ़ का किला
केसरोली का किला
Note: "चूरू का किला" राजस्थान के चूरू जिले में स्थित है। इसका निर्माण वर्ष 1694 में ठाकुर कुशल सिंह ने करवाया था। यह किला दुनिया का एकमात्र ऐसा किला है, जहां युद्ध के समय गोला बारूद खत्म हो जाने पर तोप से दुश्मनों पर चांदी के गोले दागे गए थे। यह युद्ध 1814 में चूरू के राजा शिवजी सिंह और बीकानेर के रियासत के राजा सूरत सिंह के मध्य हुआ था।

20. निम्न में से कौन सा धान्वन दुर्ग है?
अचलगढ़ दुर्ग
आमेर दुर्ग
गागरोन दुर्ग
जैसलमेर दुर्ग
Note: धान्वन दुर्ग : ऐसा दुर्ग जिसके दूर-दूर तक मरु भूमि फैली हो, जैसे - जैसलमेर (स्थल दुर्ग) का किला ।


21. चित्तौड़गढ़ दुर्ग के विजय स्तंभ का वास्तुकार कौन था?
मंडन
जीवा
जैता
दीपा
Note: विजय स्तंभ के वास्तुकार मंडन, जैता व उसके पुत्र नापा, पुंजा थे। यह राजस्थान पुलिस और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का प्रतीक चिह्न है। इसे भारतीय मूर्तिकला का विश्वकोश और हिन्दू देवी देवताओं का अजायबघर कहते हैं।

22. किस पहाड़ी पर जोधपुर का मेहरानगढ़ दुर्ग स्थित है?
गिरी सुमेर
चिड़िया टूंक
बड़ी टेकरी
बिथली टूंक
Note: मंडोर के किले को शत्रुओं से असुरक्षित जानकर राव जोधा ने मण्डोर से 6 मील दूर दक्षिण में चिडि़यानाथ की टूंक नामक पहाड़ी पर 12 मई 1459 से एक नया दुर्ग बनवाना शुरू किया। इसके बाद से 500 वर्ष तक ये किला मारवाड़ की राजनीतिक व सामरिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र रहा।

23. बीकानेर के जूनागढ़ किले का निर्माण किसने करवाया था?
राव बीका
महाराजा रायसिंह
राव कल्याणमल
महाराजा अनूप सिंह
Note: बीकानेर के जूनागढ़ किले का निर्माण बीकानेर के शासक राजा राय सिंह ने प्रधान मंत्री करण चंद की निगरानी में करवाया था, राजा राय सिंह ने 1571 से 1611 AD के बीच बीकानेर पर शासन किया था। किले की दीवारों और खाई का निर्माणकार्य 1589 में शुरू हुआ था और 1594 में पूरा हुआ था। इस किले को जमीन का जेवर भी कहते है।

24. झालीबाब बावड़ी और मामादेव का कुंड निम्न में से किस दुर्ग में स्थित है-
तारागढ़ दुर्ग
चित्तौड़गढ़ दुर्ग
गागरोन दुर्ग
कुम्भलगढ़ दुर्ग
Note: झालीबाब बावड़ी और मामादेव का कुंड "कुम्भलगढ़ दुर्ग" में स्थित है।


25. गढ़ बिठली नाम से कौन सा दुर्ग प्रसिद्ध है-
कटारगढ़
कुंभलगढ़
तारागढ़
चित्तौड़गढ़
Note: अजमेर का तारागढ़ दुर्ग ही गढ़बीठली के नाम से जाना जाता है। राजा अजयपाल ने सातवीं शती में इस दुर्ग का निर्माण कराया था, इसलिए इसे अजयमेरु दुर्ग भी कहा जाता है।

26. राजस्थान का कौनसा किला सुवर्ण गिरी दुर्ग के नाम से प्रसिद्ध है?
जैसलमेर का किला
जालौर का किला
बूंदी का किला
सिवाना का किला
Note: जालौर का किला सुवर्ण गिरी दुर्ग के नाम से प्रसिद्ध है। यह दुर्ग सुवर्ण गिरी पहाड़ी पर स्थित हैं। डॉ दशरथ शर्मा के अनुसार प्रतिहार नरेश नागभटट् प्रथम ने इस दुर्ग का निर्माण करवाया था। वीर कान्हड देव सोनगरा और उसके पुत्र वीरम देव अलाउद्दीन खिलजी के साथ जालौर दुर्ग में युध्द करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए तथा 1311-1312 ई. के लगभग खिलजी ने जालौर पर अधिकार किया।

27. निम्न में से जयबाण नाम है-
एक किले का
एक स्थान का
एक तोप का
एक पुस्तक का
Note: जयबाण जयगढ़ किले के डूंगर दरवाजे पर रखी एक तोप है। जयबाण तोप एशिया की सबसे बड़ी तोप है। तोप की नली से लेकर अंतिम छोर की लंबाई 31 फीट 3 इंच है। जब जयबाण तोप को पहली बार टेस्ट-फायरिंग के लिए चलाया गया था तो जयपुर से करीब 35 किमी दूर स्थित चाकसू नामक कस्बे में गोला गिरने से एक तालाब बन गया था। इस तोप का वजन 50 टन है।

28. 99 बुर्जो वाला दुर्ग कहाँ स्थित है?
हनुमानगढ़
बाड़मेर
जैसलमेर
चित्तौरगढ़
Note: जैसलमेर का पीले पत्थर से बना ‘स्वर्ण किला’ राजस्थान के उत्तरी पश्चिमी भाग में प्रवेश का प्रमुख द्वार माना जाता रहा है। 75 मीटर ऊंची त्रिकूट पहाड़ी पर 99 बुर्जो वाला यह किला राजस्थान का अत्यंत प्रसिद्ध किला है।


29. महाराणा कुम्भा ने कितने दुर्गों का निर्माण करवाया?
33
32
31
29
Note: महाराणा कुंभा ने मेवाड़ के 84 दुर्गों में से 32 दुर्गों का निर्माण करवाया था।

30. दुर्ग जो महाराणा कुम्भा द्वारा निर्मित नहीं है?
मचान दुर्ग
भोमट दुर्ग
भैंसरोड़ गढ़ दुर्ग
बसंती दुर्ग
Note: भैंसरोडगढ़ दुर्ग के निर्माण का श्रेय सलम्बर के रावत केसरी सिंह के पुत्र रावत लाल सिंह-द्वितीय को जाता है। भैंसरोडगढ़ दुर्ग को “राजस्थान का वेल्लोर” कहते है। यह रावतभाटा के निकट स्थित है।




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